Wednesday, September 14, 2016

Home Remedies for Chikunguniya


चिकुनगुनिया से राहत पाने के घरेलू उपाय


चिकुनगुनिया एक तरह का वायरल बुखार है जो कि मच्छरों (mosquito) के कारण फैलता है। चिकुनगुनिया अल्फावायरस (alphavirus) के कारण होता है जो मच्छरों के काटने के दौरान मनुष्यों के शरीर में प्रवेश कर जाते हैं।
चिकुनगुनिया में जोड़ों में दर्द (joint pain), सिर दर्द (headache), उल्टी (vomit) और जी मिचलाने (nausea) के लक्षण उभर सकते हैं जबकि कुछ लोगों में मसूड़ों और नाक से खून (blood from gums and nose) भी आ जाता है। मच्छर काटने के लगभग बारह दिन में चिकुनगुनिया के लक्षण उभरते हैं। चिकुनगुनिया के उपचार के लिए बहुत से घरेलू नुस्खे हैं जिन्हें अपनाकर चिकुनगुनिया से खुद को बचाया जा सकता है।
1. पपीते की पत्ती (Papaya leaf)
पपीते की पत्ती न केवल डेंगू बल्कि चिकुनगुनिया में भी उतनी ही प्रभावी है। बुखार में शरीर के प्लेटलेट्स (platelates) तेजी से गिरते हैं, जिन्हें पपीते की पत्तियां तेजी से बढ़ाती हैं। मात्र तीन घंटे में पपीते की पत्तियां शरीर में रक्त के प्लेटलेट्स को बढ़ा देती हैं। उपचार के लिए पपीते की पत्तियों से डंठल को अलग करें और केवल पत्ती को पीसकर उसका जूस निकाल लें। दो चम्मच जूस दिन में तीन बार लें।
2. तुलसी और अजवायन (Tulsi aur ajwain)
तुलसी और अजवायन भी चिकुनगुनिया के उपचार के लिए बेहद अच्छी घरेलू औषधि हैं। उपचार के लिए अजवायन, किशमिश, तुलसी और नीम की सूखी पत्तियां लेकर एक गिलास पानी में उबाल लें। इस पेय को बिना छानें दिन में तीन बार पीएं।
3. लहसुन और सजवायन की फली (Garlic and drum stick)
लहसुन और सजवायन की फली चिकुनगुनिया के इलाज के लिए बहुत बढ़िया है। चिकुनगुनिया में जोड़ों में काफी दर्द होता है, ऐसे में शरीर की मालिश किया जाना बेहद जरूरी है। इसके लिए किसी भी तेल में लहसुन और सजवायन की फली मिलाकर तेल गरम करें और इस तेल से रोगी की मालिश करें।
4. लौंग (Laung or clove)
दर्द वाले जोड़ों पर लहसुन को पीसकर उसमें लौंग का तेल मिलाकर, कपड़े की सहायता से जोड़ों पर बांध दें। इससे भी चिकुनगुनिया के मरीजों को जोड़ों के दर्द से आराम मिलेगा, और शरीर का तापमान (body temprature) भी नियंत्रित होगा।
5. एप्सम साल्ट (Epsom salt)
एप्सम साल्ट की कुछ मात्रा गरम पानी में डालकर उस पानी से नहाएं। इस पानी में नीम की पत्तियां भी मिलाएं। ऐसा करने से भी दर्द से राहत मिलेगी और तापमान नियंत्रित होगा।
6. अंगूर (Grapes)
अंगूर को गाय के गुनगुने दूध के साथ लेने पर चिकुनगुनिया के वायरस मरते हैं लेकिन ध्यान रहे अंगूर बीजरहित हों।
7. गाजर (Carrot)
कच्ची गाजर खाना भी चिकुनगुनिया के उपचार में बेहद फायदेमंद है। यह रोगी की प्रतिरोधक क्षमता (immunity power) को बढ़ाती है साथ ही जोड़ों के दर्द से भी राहत देती है।

Tuesday, September 13, 2016

Homemade Candensed Milk

कंडेंस्ड मिल्क कैसे बनाया जाता है?



कंडेंस्ड मिल्क हर मीठी चीज़ में डाला जा सकता है जैसे गाजर का हलवा ,लौकी का हलवा ,खीर मिठाई  बनाने के लिए ,और एगलेस केक में भी इस्तेमाल करते किया जाता है इसे घर पर  अच्छे से कैसे बनाया जाता है आइये देखते हैं :-  



कंडेंस्ड मिल्क बनाने के लिये सामग्री -
दूध फुल क्रीम -500 ml
चीनी -1 कप
बेकिंग सोडा -1 पिंच (चुटकी)

कंडेंस्ड मिल्क  Condensed Milk बनाने की विधि -
सबसे पहले एक नॉन इस्टिक पैन को गैस पर रखें गैस ऑन करके दूध दाल दें दूध जब उबाल जाये तब फिर चीनी मिला दें और गाढ़ा होने तक बराबर चलाते रहिये चलाना बहुत जरुरी होता है दूध जब गाढ़ा हो जाये गैस को बन्द कर दें फिर बेकिंग सोडा डालकर बराबर चलाते रहिये ये बहुत ही क्रीमी लगेगा और जब ये ठण्डा हो जायेगा तो इसका कलर और भी अच्छा हो  जायेगा और फिर किसी बन्द जार या बन्द बॉक्स में भरकर फ्रिज में रख दें और दो तीन दिन तक मीठी चीज़ में डालकर इस्तेमाल करिये तो स्वीट कंडेंस्ड मिल्क घर पर बनाइये और हलवे या कोई भी मीठी चीज़ में डालकर खाइये  ।